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महेश्वरी (mahezvarI)

 
Monier Williams Cologne English

महेश्वरी

feminine.

nalopākhyāna

of

Durgā,

tantrasāra

(

Indian Wisdom, by Sir M. Monier-Williams

522

)

of

Dākṣāyaṇī

in

Mahā-kāla,

Catalogue(s)

a

kind

of

brass

or

bell-metal,

Lexicographers, esp. such as amarasiṃha, halāyudha, hemacandra, &c.

Clitoria

Ternatea,

Lexicographers, esp. such as amarasiṃha, halāyudha, hemacandra, &c.

Apte Hindi Hindi

महेश्वरी

स्त्रीलिङ्गम्

महा-ईश्वरी

-

दुर्गा

का

नाम

Shabdartha Kaustubha Kannada

महेश्वरी

पदविभागः

स्त्रीलिङ्गः

कन्नडार्थः

ಪಾರ್ವತಿ

/ದುರ್ಗಾದೇವಿ

महेश्वरी

पदविभागः

स्त्रीलिङ्गः

कन्नडार्थः

ಕಂಚು

विस्तारः

"राजरीत्यां

ब्रह्मरीतिः

स्वर्णरीतिर्महेश्वरी"

-

वैज०

L R Vaidya English

mahA-ISvarI

{%

f.

%}

an

epithet

of

Durgā.

Wordnet Sanskrit

Synonyms

अपराजितः,

अद्रिकर्णी,

अश्वखुरी,

कुमारी,

गवाक्षः,

गिरिकर्णा,

घृष्टि,

छर्दिका,

तैलस्पन्दा,

दधिपुष्पिका,

नगकर्णी,

बदरा,

भूरिलग्ना,

महापुष्पा,

महाश्वेता,

महारसा,

महेश्वरी,

व्यक्तगन्धा,

सुपुष्पा,

सुपुष्पी,

सुमुखी,

हरीक्रान्ता,

श्वेतपुष्पा,

श्वेतगोकर्णी,

श्वेतधामन्,

नीलक्रान्ता,

नीलपुष्पा,

नीलगिरिकर्णिका,

नीलाद्रिकर्णिका,

नीलाद्रिपराजिता,

आस्फोता,

विष्णुक्रान्ता,

कटभी,

गर्द्दभी,

सितपुष्पी,

श्वेता,

श्वेतभण्डा,

भद्रा,

सुपुत्री,

गर्दभः

(Noun)

भूमौ

प्रकीर्णः

वल्लरीविशेषः।

"एषा

भूमिः

अपराजितेन

आच्छादिता

।"

Synonyms

दुर्गा,

उमा,

कात्यायनी,

गौरी,

ब्रह्माणी,

काली,

हैमवती,

ईश्वरा,

शिवा,

भवानी,

रुद्राणी,

सर्वाणी,

सर्वमङ्गला,

अपर्णा,

पार्वती,

मृडानी,

लीलावती,

चणडिका,

अम्बिका,

शारदा,

चण्डी,

चण्डा,

चण्डनायिका,

गिरिजा,

मङ्गला,

नारायणी,

महामाया,

वैष्णवी,

महेश्वरी,

कोट्टवी,

षष्ठी,

माधवी,

नगनन्दिनी,

जयन्ती,

भार्गवी,

रम्भा,

सिंहरथा,

सती,

भ्रामरी,

दक्षकन्या,

महिषमर्दिनी,

हेरम्बजननी,

सावित्री,

कृष्णपिङ्गला,

वृषाकपायी,

लम्बा,

हिमशैलजा,

कार्त्तिकेयप्रसूः,

आद्या,

नित्या,

विद्या,

शुभह्करी,

सात्त्विकी,

राजसी,

तामसी,

भीमा,

नन्दनन्दिनी,

महामायी,

शूलधरा,

सुनन्दा,

शुम्यभघातिनी,

ह्री,

पर्वतराजतनया,

हिमालयसुता,

महेश्वरवनिता,

सत्या,

भगवती,

ईशाना,

सनातनी,

महाकाली,

शिवानी,

हरवल्लभा,

उग्रचण्डा,

चामुण्डा,

विधात्री,

आनन्दा,

महामात्रा,

महामुद्रा,

माकरी,

भौमी,

कल्याणी,

कृष्णा,

मानदात्री,

मदालसा,

मानिनी,

चार्वङ्गी,

वाणी,

ईशा,

वलेशी,

भ्रमरी,

भूष्या,

फाल्गुनी,

यती,

ब्रह्ममयी,

भाविनी,

देवी,

अचिन्ता,

त्रिनेत्रा,

त्रिशूला,

चर्चिका,

तीव्रा,

नन्दिनी,

नन्दा,

धरित्रिणी,

मातृका,

चिदानन्दस्वरूपिणी,

मनस्विनी,

महादेवी,

निद्रारूपा,

भवानिका,

तारा,

नीलसरस्वती,

कालिका,

उग्रतारा,

कामेश्वरी,

सुन्दरी,

भैरवी,

राजराजेश्वरी,

भुवनेशी,

त्वरिता,

महालक्ष्मी,

राजीवलोचनी,

धनदा,

वागीश्वरी,

त्रिपुरा,

ज्वाल्मुखी,

वगलामुखी,

सिद्धविद्या,

अन्नपूर्णा,

विशालाक्षी,

सुभगा,

सगुणा,

निर्गुणा,

धवला,

गीतिः,

गीतवाद्यप्रिया,

अट्टालवासिनी,

अट्टहासिनी,

घोरा,

प्रेमा,

वटेश्वरी,

कीर्तिदा,

बुद्धिदा,

अवीरा,

पण्डितालयवासिनी,

मण्डिता,

संवत्सरा,

कृष्णरूपा,

बलिप्रिया,

तुमुला,

कामिनी,

कामरूपा,

पुण्यदा,

विष्णुचक्रधरा,

पञ्चमा,

वृन्दावनस्वरूपिणी,

अयोध्यारुपिणी,

मायावती,

जीमूतवसना,

जगन्नाथस्वरूपिणी,

कृत्तिवसना,

त्रियामा,

जमलार्जुनी,

यामिनी,

यशोदा,

यादवी,

जगती,

कृष्णजाया,

सत्यभामा,

सुभद्रिका,

लक्ष्मणा,

दिगम्बरी,

पृथुका,

तीक्ष्णा,

आचारा,

अक्रूरा,

जाह्नवी,

गण्डकी,

ध्येया,

जृम्भणी,

मोहिनी,

विकारा,

अक्षरवासिनी,

अंशका,

पत्रिका,

पवित्रिका,

तुलसी,

अतुला,

जानकी,

वन्द्या,

कामना,

नारसिंही,

गिरीशा,

साध्वी,

कल्याणी,

कमला,

कान्ता,

शान्ता,

कुला,

वेदमाता,

कर्मदा,

सन्ध्या,

त्रिपुरसुन्दरी,

रासेशी,

दक्षयज्ञविनाशिनी,

अनन्ता,

धर्मेश्वरी,

चक्रेश्वरी,

खञ्जना,

विदग्धा,

कुञ्जिका,

चित्रा,

सुलेखा,

चतुर्भुजा,

राका,

प्रज्ञा,

ऋद्भिदा,

तापिनी,

तपा,

सुमन्त्रा,

दूती,

अशनी,

कराला,

कालकी,

कुष्माण्डी,

कैटभा,

कैटभी,

क्षत्रिया,

क्षमा,

क्षेमा,

चण्डालिका,

जयन्ती,

भेरुण्डा

(Noun)

सा

देवी

यया

नैके

दैत्याः

हताः

तथा

या

आदिशक्तिः

अस्ति

इति

मन्यते।

"नवरात्रोत्सवे

स्थाने

स्थाने

दुर्गायाः

प्रतिष्ठापना

क्रियते।"

Mahabharata English

Maheśvarī

=

Umā:

XII,

10304.

Kalpadruma Sanskrit

महेश्वरी,

स्त्रीलिङ्गम्

(

महेश्वरस्य

स्त्री

महेश्वर

+ङीष्

महती

चासौ

ईश्वरी

महदादीनां

निय-न्त्रीति

वा

)

महेश्वरपत्नी

यथा,

--ऐं

पातु

दक्षनेत्रं

मे

ह्रीं

पातु

वामलोचनम्

।श्रीं

पातु

दक्षकर्णं

मे

त्रिवर्णात्मा

महेश्वरी

”इति

तन्त्रसारे

भुवनेश्वरीकवचम्

अपराजिता

इति

शब्दचन्द्रिका

कांस्यम्

।इति

हेमचन्द्रः

११४

राजरीतिः

।इति

राजनिर्घण्टः