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कृष्णा (kRSNA)

 
Monier Williams Cologne English

कृष्णा

(

),

feminine.

a

kind

of

leech,

suśruta

a

kind

of

venomous

insect,

ib.

nalopākhyāna

of

several

plants

(

Piper

longum,

Lexicographers, esp. such as amarasiṃha, halāyudha, hemacandra, &c.

the

Indigo

plant,

Lexicographers, esp. such as amarasiṃha, halāyudha, hemacandra, &c.

a

grape,

Lexicographers, esp. such as amarasiṃha, halāyudha, hemacandra, &c.

a

Punar-navā

with

dark

blossoms,

Lexicographers, esp. such as amarasiṃha, halāyudha, hemacandra, &c.

Gmelina

arborea,

Lexicographers, esp. such as amarasiṃha, halāyudha, hemacandra, &c.

Nigella

indica,

Lexicographers, esp. such as amarasiṃha, halāyudha, hemacandra, &c.

Sinapis

ramosa,

Lexicographers, esp. such as amarasiṃha, halāyudha, hemacandra, &c.

Vernonia

anthelminthica,

Lexicographers, esp. such as amarasiṃha, halāyudha, hemacandra, &c.

equal, equivalent to, the same as, explained by.

काकोली,

Lexicographers, esp. such as amarasiṃha, halāyudha, hemacandra, &c.

a

sort

of

Sārivā,

Lexicographers, esp. such as amarasiṃha, halāyudha, hemacandra, &c.

),

suśruta

a

kind

of

perfume

(

equal, equivalent to, the same as, explained by.

पर्पटी

),

bhāvaprakāśa

nalopākhyāna

of

Draupadī,

mahābhārata

of

Durgā,

mahābhārata

iv,

184

of

one

of

the

seven

tongues

of

fire,

Lexicographers, esp. such as amarasiṃha, halāyudha, hemacandra, &c.

,

Sch.

of

one

of

the

mothers

in

Skanda's

retinue,

mahābhārata

ix,

2640

of

a

Yoginī,

hemādri's caturvarga-cintāmaṇi

(

with

or

without

गङ्गा

)

nalopākhyāna

of

the

river

Kistna,

mahābhārata

xiii,

4888

padma-purāṇa

nāradīya-purāṇa

Apte Hindi Hindi

कृष्णा

स्त्रीलिङ्गम्

-

कृष्ण

-

टाप्

"द्रौपदी

का

नाम,

पाण्डवों

की

पत्नी"

कृष्णा

स्त्रीलिङ्गम्

-

कृष्ण

-

टाप्

दक्षिण

भारत

की

एक

नदी

जो

मुसलीपट्टम्

में

समुद्र

में

गिरती

है

कृष्णा

स्त्रीलिङ्गम्

-

-

यमुना

नदी

Shabdartha Kaustubha Kannada

कृष्णा

पदविभागः

स्त्रीलिङ्गः

कन्नडार्थः

ದ್ರೌಪದಿ

/ಪಾಂಡವರ

ಪತ್ನಿ

प्रयोगाः

"कृष्णेत्येवाब्रुवन्

कृष्णां

कृष्णाभूत्

सा

हि

वर्णतः

तथा

तन्मिथुनं

जज्ञे

द्रुपदस्य

महासखे

॥"

उल्लेखाः

भा०

आदि०

१८१-५७

कृष्णा

पदविभागः

स्त्रीलिङ्गः

कन्नडार्थः

ಹಿಪ್ಪಲಿ

कृष्णा

पदविभागः

स्त्रीलिङ्गः

कन्नडार्थः

ದ್ರಾಕ್ಷಿ

कृष्णा

पदविभागः

स्त्रीलिङ्गः

कन्नडार्थः

ನೀಲಿಗಿಡ

कृष्णा

पदविभागः

स्त्रीलिङ्गः

कन्नडार्थः

ಕರಿಜೀರಿಗೆ

कृष्णा

पदविभागः

स्त्रीलिङ्गः

कन्नडार्थः

ಶೀವನೆಯ

ಮರ

कृष्णा

पदविभागः

स्त्रीलिङ्गः

कन्नडार्थः

ಕಟುಕರೋಹಿಣಿ

कृष्णा

पदविभागः

स्त्रीलिङ्गः

कन्नडार्थः

ಬಾಹುಜಿಗೆ

ಗಿಡ

विस्तारः

"कृष्णः

काके

पिके

वर्णे

बिष्णौ

व्यासेऽर्जुने

कलौ

कृष्णा

तु

नील्यां

द्रौपद्यां

पिप्पलीद्राक्षयोरपि"

-

हेम०

कृष्णा

पदविभागः

स्त्रीलिङ्गः

कन्नडार्थः

ಕೃಷ್ಣಾನದಿ

विस्तारः

"व्यासार्जुनाग्निहरिकोकिलकाकशूद्रतामिस्रपक्षकरिनीलगुणेषु

कृष्णः

द्रव्ये

त्रिषु

द्रुपदजातटिनीकणासु

कृष्णाथ

लोहमरिचे

दुरितं

कृष्णम्

"

-

नानार्थर०

कृष्णा

पदविभागः

स्त्रीलिङ्गः

कन्नडार्थः

कृष्ण

ಪದದ

ದ್ರೌಪದಿ

ಮೊದಲಾದ

ಸ್ತ್ರೀಲಿಂಗದ

ಅರ್ಥ

L R Vaidya English

kfzRa

{%

(

I

)

a.

(

f.

ष्णा

)

%}

1.

Black,

dark,

dark-blue

2.

wicked,

evil.

kfzRA

{%

f.

%}

1.

An

epithet

of

द्रौपदी,

wife

of

the

Pāṇḍavas

2.

name

of

a

river

in

the

Dekkan.

Bopp Latin

कृष्णा

f.

nomen

Pândavorum

uxoris.

Edgerton Buddhist Hybrid English

?

Kṛṣṇā,

possibly

n.

pr.

(

of

a

devakumārikā

),

see

s.v.

Draupadī:

LV

〔390.6〕

Mv

〔iii.308.9〕

also

short

form

for

next,

q.v.

Schmidt Nachtrage zum Sanskrit Worterbuch German

कृष्णा

f.

°

=

Yamunā,

Gopāl.

83,

30

124,

21.

Wordnet Sanskrit

Synonyms

गम्भारी,

सर्वतोभद्रा,

काश्मरी,

मधुपर्णिका,

श्रीपर्णी,

भद्रपर्णी,

कार्श्मरी,

भद्रा,

गोपभद्रिका,

कुमुदा,

सदाभद्रा,

कट्फला,

कृष्णवृन्तिका,

कृष्णवृन्ता,

हीरा,

सर्वतोभद्रिका,

स्निग्धपर्णी,

सुभद्रा,

कम्भारी,

गोपभद्रा,

विदारिणी,

क्षीरिणी,

महाभद्रा,

मधुपर्णी,

स्वरुभद्रा,

कृष्णा,

अश्वेता,

रोहिणी,

गृष्टिः,

स्थूलत्वचा,

मधूमती,

सुफला,

मेदिनी,

महाकुमुदा,

सुदृढत्वचा

(Noun)

दृढकाष्ठयुक्तः

वृक्षविशेषः

यस्य

पर्णानि

पिप्पलवृक्षस्य

पर्णानाम्

इव

भवन्ति।

"गम्भार्याः

काष्ठेन

निर्मितः

पटहः

उत्तमः

आसीत्।"

Synonyms

पिप्पली,

कृष्णा,

उपकुल्या,

वैदेही,

मागधी,

चपला,

कणा,

उषणा,

शौण्डी,

कोला,

ऊषणा,

पिप्पलिः,

कृकला,

कटुबीजा,

कोरङ्गी,

तिक्ततण्डुला,

श्यामा,

दन्तफला,

मगधोद्भवा

(Noun)

एका

लता

यस्य

कलिका

तूतस्य

आकारवत्

भवति।

"पिप्पली

औषधस्य

रूपेण

उपयुज्यते।"

Synonyms

पर्पटी,

रञ्जनी,

कृष्णा,

जतुका,

जननी,

जनी,

जतुकृष्णा,

संस्पर्शा,

जतुकृत्,

चक्रवर्तिनी

(Noun)

पिष्टकभेदः,

उत्तरभारतदेशभवसुगन्धीद्रव्यम्

(

आयुर्वेदे

अस्य

विषव्रणकण्डूकफपित्तास्रकुष्ठनाशित्वादयः

गुणाः

प्रोक्ताः

)

"श्राद्धविधौ

ब्राह्मणेन

ललाटे

पर्पट्याः

तिलकं

परिधृतः"

Synonyms

द्रौपदी,

पाञ्चाली,

कृष्णा,

याज्ञसेनी,

त्रिहायणी,

वेदिजा,

नित्ययौवना,

सैरन्ध्री

(Noun)

द्रुपदकन्या

या

पाण्डवानां

पत्नी

आसीत्।

"द्रौपदी

यज्ञात्

जाता।"

Synonyms

दुर्गा,

उमा,

कात्यायनी,

गौरी,

ब्रह्माणी,

काली,

हैमवती,

ईश्वरा,

शिवा,

भवानी,

रुद्राणी,

सर्वाणी,

सर्वमङ्गला,

अपर्णा,

पार्वती,

मृडानी,

लीलावती,

चणडिका,

अम्बिका,

शारदा,

चण्डी,

चण्डा,

चण्डनायिका,

गिरिजा,

मङ्गला,

नारायणी,

महामाया,

वैष्णवी,

महेश्वरी,

कोट्टवी,

षष्ठी,

माधवी,

नगनन्दिनी,

जयन्ती,

भार्गवी,

रम्भा,

सिंहरथा,

सती,

भ्रामरी,

दक्षकन्या,

महिषमर्दिनी,

हेरम्बजननी,

सावित्री,

कृष्णपिङ्गला,

वृषाकपायी,

लम्बा,

हिमशैलजा,

कार्त्तिकेयप्रसूः,

आद्या,

नित्या,

विद्या,

शुभह्करी,

सात्त्विकी,

राजसी,

तामसी,

भीमा,

नन्दनन्दिनी,

महामायी,

शूलधरा,

सुनन्दा,

शुम्यभघातिनी,

ह्री,

पर्वतराजतनया,

हिमालयसुता,

महेश्वरवनिता,

सत्या,

भगवती,

ईशाना,

सनातनी,

महाकाली,

शिवानी,

हरवल्लभा,

उग्रचण्डा,

चामुण्डा,

विधात्री,

आनन्दा,

महामात्रा,

महामुद्रा,

माकरी,

भौमी,

कल्याणी,

कृष्णा,

मानदात्री,

मदालसा,

मानिनी,

चार्वङ्गी,

वाणी,

ईशा,

वलेशी,

भ्रमरी,

भूष्या,

फाल्गुनी,

यती,

ब्रह्ममयी,

भाविनी,

देवी,

अचिन्ता,

त्रिनेत्रा,

त्रिशूला,

चर्चिका,

तीव्रा,

नन्दिनी,

नन्दा,

धरित्रिणी,

मातृका,

चिदानन्दस्वरूपिणी,

मनस्विनी,

महादेवी,

निद्रारूपा,

भवानिका,

तारा,

नीलसरस्वती,

कालिका,

उग्रतारा,

कामेश्वरी,

सुन्दरी,

भैरवी,

राजराजेश्वरी,

भुवनेशी,

त्वरिता,

महालक्ष्मी,

राजीवलोचनी,

धनदा,

वागीश्वरी,

त्रिपुरा,

ज्वाल्मुखी,

वगलामुखी,

सिद्धविद्या,

अन्नपूर्णा,

विशालाक्षी,

सुभगा,

सगुणा,

निर्गुणा,

धवला,

गीतिः,

गीतवाद्यप्रिया,

अट्टालवासिनी,

अट्टहासिनी,

घोरा,

प्रेमा,

वटेश्वरी,

कीर्तिदा,

बुद्धिदा,

अवीरा,

पण्डितालयवासिनी,

मण्डिता,

संवत्सरा,

कृष्णरूपा,

बलिप्रिया,

तुमुला,

कामिनी,

कामरूपा,

पुण्यदा,

विष्णुचक्रधरा,

पञ्चमा,

वृन्दावनस्वरूपिणी,

अयोध्यारुपिणी,

मायावती,

जीमूतवसना,

जगन्नाथस्वरूपिणी,

कृत्तिवसना,

त्रियामा,

जमलार्जुनी,

यामिनी,

यशोदा,

यादवी,

जगती,

कृष्णजाया,

सत्यभामा,

सुभद्रिका,

लक्ष्मणा,

दिगम्बरी,

पृथुका,

तीक्ष्णा,

आचारा,

अक्रूरा,

जाह्नवी,

गण्डकी,

ध्येया,

जृम्भणी,

मोहिनी,

विकारा,

अक्षरवासिनी,

अंशका,

पत्रिका,

पवित्रिका,

तुलसी,

अतुला,

जानकी,

वन्द्या,

कामना,

नारसिंही,

गिरीशा,

साध्वी,

कल्याणी,

कमला,

कान्ता,

शान्ता,

कुला,

वेदमाता,

कर्मदा,

सन्ध्या,

त्रिपुरसुन्दरी,

रासेशी,

दक्षयज्ञविनाशिनी,

अनन्ता,

धर्मेश्वरी,

चक्रेश्वरी,

खञ्जना,

विदग्धा,

कुञ्जिका,

चित्रा,

सुलेखा,

चतुर्भुजा,

राका,

प्रज्ञा,

ऋद्भिदा,

तापिनी,

तपा,

सुमन्त्रा,

दूती,

अशनी,

कराला,

कालकी,

कुष्माण्डी,

कैटभा,

कैटभी,

क्षत्रिया,

क्षमा,

क्षेमा,

चण्डालिका,

जयन्ती,

भेरुण्डा

(Noun)

सा

देवी

यया

नैके

दैत्याः

हताः

तथा

या

आदिशक्तिः

अस्ति

इति

मन्यते।

"नवरात्रोत्सवे

स्थाने

स्थाने

दुर्गायाः

प्रतिष्ठापना

क्रियते।"

Synonyms

द्राक्षा,

मृद्वीका,

मृद्वी,

स्वाद्वी,

स्वादुरसा,

मधुरसा,

गोस्तनी,

रसा,

रसाला,

चारुफला,

कापिशायनी,

साब्दी,

हरहूरा,

चारुफला,

कृष्णा,

प्रियाला,

तापसप्रिया,

गुच्छफला,

अमृतफला

(Noun)

फलविशेषः-अस्य

गुणाः

अतिमधुरत्व-अमलत्व-शीतपित्तार्तिदाहमूत्रदोषनाशित्वादयः।

"द्राक्षात्

मद्यं

जायते।"

Mahabharata English

Kṛshṇā^1

=

Draupadī:

I,

125,

148,

167,

384,

430,

2259,

2289

(

),

2438,

6323,

6325,

6402,

6407

(

origin

of

the

name

),

6434

(

Pārshatī

),

6942,

6952,

6977,

†6979,

†7007,

†7009,

†7015,

†7024,

†7059,

7125,

†7132,

7142,

†7164,

†7167,

†7169,

†7171,

†7174,

†7177,

†7179,

†7181,

†7182,

†7183,

†7198,

†7203,

†7205,

†7211,

7221,

7227,

7235,

7239,

7243,

7263,

7326

(

Pārshatī

),

†7331,

†7332,

†7333,

†7334,

†7339,

7349,

7384,

7404,

7411,

7422,

7423,

7521,

7541

(

Pāñcālīṃ

),

7544,

7555,

7598,

7599,

7600,

7607,

7611,

7744,

7754,

7979,

7984,

8045

II,

27,

976,

2172,

2189,

2217,

†2220,

†2223,

†2227,

†2229,

†2231,

†2239,

†2240,

†2242,

2274,

2278,

2280,

2281,

2337,

2338,

2388,

†2405

(

Pāñcālīṃ

),

2417,

2451,

2502,

2584,

2604,

2615,

2626,

2688,

2690,

2698,

2700

III,

10,

400,

440,

453,

582,

591,

†903,

†943,

†950,

989,

990,

1078,

1093,

1099,

1105,

1162,

1164,

1182,

1189,

1191,

1199,

1201,

1403,

1479,

(

1479

),

1492,

1933,

1945,

2003,

2014,

2015,

3070,

4021,

8293,

8415,

8481,

8651,

†10219,

†10229,

†10282,

10417,

†10837,

†10838,

10842,

10849,

10859,

10860,

10869,

10976,

10997,

11004,

11007,

11019,

11021,

11052,

11058,

11067,

11403,

11406,

11412,

11430,

11453,

11494,

11558,

11629,

11679,

11740,

11786,

†11907,

11935,

12315,

12557,

†12571,

†12576,

†12578,

†12579

(

Yājñasenīṃ

),

†12580,

†12581,

†12582,

†12584,

14708,

14725,

14730,

14738,

†14746,

†14751,

†14753,

14792,

14803,

15019,

15493,

15521,

15537,

15540,

15541,

15542,

15543,

†15606,

15611,

15615

(

),

15619,

15636,

15637,

†15648,

†15649,

†15663,

†15681,

†15683,

†15697,

15747,

15762,

15766,

15783,

15859,

15860,

16611

(

).

16617,

†17219,

17221,

17222,

17224,

17243,

17476

IV,

74

(

),

81,

90,

146,

245,

263

(

bhāryāṃ

Kurūṇāṃ

),

279,

335,

337,

383,

434,

451,

464,

485,

487,

490,

497,

503,

504,

508,

521,

636,

644,

690,

711,

738,

773,

780,

786,

796,

801,

803,

807,

822,

839,

846,

876,

1182,

1370,

1537,

1566,

1576,

2292,

†2305,

2367

V,

201,

222,

689

(

),

†847,

†849,

†850,

†854,

†928,

†931,

1990,

2326,

2329,

2349,

2871,

2912,

2914,

2919,

3177,

3185,

3211,

3217,

3228,

3442,

4655,

4662,

4665,

4666,

5478,

5489,

5495,

5497,

5519,

5541,

5564

VI,

4090

(

),

4907

VII,

1684,

3818,

3825,

5425,

5428,

5656,

5658,

6543,

9166,

9226

VIII,

7,

308,

310,

†3346,

3716,

3717,

3770,

4489,

†4562,

4754,

4755,

4756,

5002

IX,

248,

255,

257,

259,

3433

X,

577,

579,

582,

589

(

Yājñasenī

),

594,

746

(

),

759

XI,

628,

629

(

read

Kṛshṇa

with

B.

)

XII,

499,

1384,

1398,

1456

(

Drupadātmajāṃ

)

XIV,

322,

356,

1505,

2584

(

),

2604

XV,

†437

(

),

654,

†664,

806

(

)

XVII,

24,

51,

58,

77,

†86

XVIII,

97,

119.

Kṛshṇā^2

=

Durgā

(

Umā

):

IV,

184,

187

VI,

801.

Kṛshṇā^3,

a

river.

§

574

(

Jambūkh.

):

VI,

9,

340

(

in

Bhāratavarsha

).

Kṛshṇā^4,

a

mātṛ.

§

615u

(

Skanda

):

IX,

46,

2640.

Purana English

कृष्णा

/

KṚṢṆĀ

I.

Another

name

for

pāñcālī.

(

See

under

pāñcālī.

कृष्णा

/

KṚṢṆĀ

II.

A

river

in

South

india.

कृष्णा

/

KṚṢṆĀ

III.

Another

name

for

durgā.

(

virāṭa

Parva,

Chapter

6,

Verse

9

).

कृष्णा

/

KṚṢṆĀ

IV.

A

female

attendant

of

Skandadeva.

(

śalya

Parva,

Chapter

46,

Verse

22

).

Amarakosha Sanskrit

कृष्णा

स्त्री।

पिप्पली

समानार्थकाः

कृष्णा,

उपकुल्या,

वैदेही,

मागधी,

चपला,

कणा,

उषणा,

पिप्पली,

शौण्डी,

कोला

2।4।96।2।1

कालमेषी

कृष्णफली

बाकुची

पूतिफल्यपि।

कृष्णोपकुल्या

वैदेही

मागधी

चपला

कणा॥

अवयव

==>

पिप्पलीमूलम्

==>

गजपिप्पली,

जलपिप्पली

पदार्थ-विभागः

,

द्रव्यम्,

पृथ्वी,

अचलसजीवः,

लता

Kalpadruma Sanskrit

कृष्णा,

स्त्रीलिङ्गम्

(

कृषे

र्नक्

णत्वं

ततः

टाप्

)

द्रौपदी

।(

सा

तु

पञ्चपाण्डवमहिषी

कृष्णवर्णत्वादेवअस्याः

नाम

तथा

जातम्

यथा,

महाभारते

।१६८

४४

।“कृष्णेत्येवाब्रुवन्

कृष्णां

कृष्णाऽभूत्

सा

हि

वर्णतः

।तथा

तन्मिथुनं

यज्ञे

द्रुपदस्य

महामखे”

)नीलीवृक्षः

पिप्पली

(

अस्याः

पर्य्याया

यथा

।“पिप्पली

चपला

शौण्डी

वैदेही

मागधी

कणा

।कृष्णोपकुल्या

मगधी

कोला

स्यात्तिक्ततण्डुला”

इति

वैद्यकरत्नमालायाम्

)

द्राक्षा

इति

मेदिनी

नीलपुनर्नवा

कृष्णजीरकः

गम्भारी

कटुका

।सारिवाविशेषः

राजसर्षपः

इति

राजनिर्घण्टः

पर्पटी

इति

भावप्रकाशः

काकोली

सोम-राजी

इति

जटाधरः

(

द्वादशप्रकाराणां

जलौ-कसां

मध्ये

सविषप्रकारीयजलौकोविशेषः

तस्यलक्षण

यथा

।“तास्वञ्जनचूर्णवर्णा

पृथुशिराः

कृष्णा”

इति

सुश्रुते

सूत्रस्थाने

१३

अध्याये

)